Monday, March 6, 2017

शहर की 43 लोकेशन पर प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ाने की तैयारी, आज पेश होगी रिपोर्ट

भोपाल। कलेक्टर गाइडलाइन के तहत शहर की 795 में से 43 लोकेशन पर प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ाने की तैयारी है। उपमूल्यांकन समिति ने 43 लोकेशन की सूची बनाई है, जहां 5 से 38 फीसदी तक कीमतें बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है। सोमवार को जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी। चर्चा में सहमति बनने पर ही यह कीमतें प्रस्तावित की जाएंगी। इन कीमतों पर मंगलवार से दावे-आपत्ति बुलाए जाएंगे। सुनवाई के प्रॉपर्टी की कीमतों का अंतिम प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। बढ़ी हुई कीमतें एक अप्रैल 2017 से प्रभावी होंगी।



- एमपी नगर-1 मुख्य मार्ग से हटकर प्लाॅट की कीमतें दो साल बाद 7 हजार प्रति वर्गमीटर से 9,500 प्रति वर्गमीटर करना प्रस्तावित किया गया है। यहां पर 36 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव है।
- एमपी नगर जोन-1 मुख्य मार्ग पर प्लाॅट की कीमतें 80 हजार रु. प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर 1.10 लाख प्रति वर्गमीटर रुपए करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यहां पर 38 फीसदी बढ़ोतरी प्रस्तावित की गई है।
- इसके पीछे अफसरों का तर्क दिया है कि यह इलाका पूर्ण रुप से विकसित है। इसलिए कीमतें बढ़ाई जा सकती हैं। इसी तरह एमपी नगर जोन-2 से हटकर प्लाट 7 हजार 9 हजार 500 रखी गई है। यहां पर 36 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया है।

रेट बढ़ोतरी पर अफसरों का तर्क

अफसरों का तर्क है कि प्रॉपर्टी री सेल हो रही है। जिन लोकेशन पर रेट प्रस्तावित हैं वहां पर पिछले साल की तुलना में रजिस्ट्री अधिक हुई हैं।

2016 में 22 जगह बढ़े दाम

2016 में गाइडलाइन में शहर के चुनिंदा 102 लोकेशन पर सर्वे कराया था। इसमें से महज 22 लोकेशन पर दाम में बढ़ोतरी हुई थी।

ऐसे सामने आई हकीकत

विभाग द्वारा किए गए सर्वे में यह बात सामने आई कि गाइडलाइन से ज्यादा पर लोगों ने रजिस्ट्री कराई ताकि लोन में परेशानी न हो।

9 बच्चों की बीमारी से मौत, 10वीं बेटी को बचाने पिता ने सबकुछ बेच दिया

इंदौर। जिद, जज्बा, जुनून और जीवटता। इन चार शब्दों में किसी शख्सियत को देखना है तो वे हैं 55 साल के बनेसिंह। थैलेसीमिया ने उनके नौ बच्चों की जान ले ली। 10वीं बच्ची को भी यही बीमारी है। उसे बचाने में अपना सबकुछ झाेंक चुके हैं। 8 मार्च को दुनियाभर महिला दिवस मनेगा, लेकिन सही मायने में इस दिन को बनेसिंह ही सेलिब्रेट करेंगे।



बनेसिंह ने 10वीं संतान के रूप में जन्मी बेटी 14 साल की श्वेता को बचाने के लिए अपना सबकुछ सिर्फ इसलिए बेच दिया कि एक दिन वह उठ खड़ी होगी।
- बनेसिंह बेटी की खातिर अपनी 21 एकड़ जमीन तक बेच चुके हैं और अब मजदूरी कर रहे हैं। 2013 में वे खुद भी अस्थमा का अटैक झेल चुके हैं।
- रतलाम जिले के गांव मंडावल के रहने वाले बनेसिंह तीन दिन पहले ही इंदौर के निजी अस्पताल से खून चढ़वाने के बाद घर लौटे हैं, लेकिन अब भी उन्हें बेटी की चिंता है।
- उन्होंने बताया कि आईएएस शेखर वर्मा की मदद से 2009 से इलाज करवा रहे हैं और उनके ही प्रयास से श्वेता की स्पलीन (तिल्ली) का ऑपरेशन करवा चुके हैं।
- आलोट जनपद सीईओ गोवर्धन मालवीय भी हर साल श्वेता के लिए ब्लड कैंप लगवाते हैं। अभी श्वेता के शरीर में आयरन की मात्रा 6 हजार है। उसे अब भी इलाज के लिए मेडिकल सहायता की जरूरत है, क्योंकि राज्य बीमारी सहायता में यह बीमारी शामिल नहीं है और दवाएं बाहर से लाना पड़ती हैं।
आप भी कर सकते हैं मदद
अपनी बेटी को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे बनेसिंह की मदद आप भी करना चाहते हैं तो उनसे (मोबाइल नंबर- 9630446095) संपर्क कर सकते हैं।